
Resham Ki Dor Bhojpuri Movie Review 2025: रिंकू घोष की दमदार वापसी | Cast, Story, Songs & Social Message
भोजपुरी फिल्म "रेशम की डोर" का मजेदार रिव्यू
अगर आप पारिवारिक भावनाओं और सामाजिक मुद्दों को नज़दीक से दिखाने वाली फिल्में पसंद करते हैं, तो 2025 में रिलीज हुई भोजपुरी फिल्म "रेशम की डोर" आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प बनकर आई है। 'Raapchik' चैनल पर रिलीज इसके ट्रेलर ने भारी चर्चा बटोरी है, जिसमें उम्दा स्टारकास्ट और आकर्षक संवाद सबका ध्यान खींचते हैं।
स्टारकास्ट और मेकिंग
कलाकार: जय यादव, रिंकू घोष, कुणाल सिंह, बीना पांडेय, मेह्नाज शरॉफ, अंचल सोनी, अभय झा और अन्य—इन सभी ने अपने किरदारों में गहराई लाने का शानदार काम किया है।
निर्देशन: शत्रुघ्न गोस्वामी ने फिल्म को अपने अलग अंदाज में संवारा है, वहीं कहानी शशि कुमार पांडे की कलम से निकली है।
संगीत: भारत चौहान का संगीत और चित्रांगद मिश्रा व मनीष कुमार के बोल दिल को छू लेने वाले हैं।
टेकिनिकल टीम: सिनेमेटोग्राफर विजय आर. पांडे की नजरों से फिल्म रंगीन और भावनात्मक दिखती है। एडिटर अवध नारायण सिंह ने फिल्म की गति को शानदार बनाए रखा है।
निर्माण: अमित कुमार गुप्ता, उमा गुप्ता, महेश उपाध्याय की टीम और प्रोडक्शन हाउस "कैप्टन म्यूजिक" की देखरेख में बनी इस फिल्म का प्रचार-प्रसार भी जबरदस्त है।
कहानी की झलक
फिल्म की कहानी परिवार, भाई-बहन के रिश्तों, दहेज प्रथा और सामाजिक कुरीतियों के इर्द-गिर्द घूमती है। ट्रेलर में एक दोस्त अपने दूसरे दोस्त से दहेज-मुक्त शादी के लिए लड़की ढूंढने की बात करता दिखता है। बहन-भाई का पवित्र बंधन, पुरानी पारिवारिक रंजिशें और दहेज जैसी समस्या को बेहद संवेदनशीलता के साथ दिखाया गया है—इतना कि दर्शक खुद को पात्रों के बीच महसूस करने लगते हैं। ट्रेलर के संवाद—"25 साल हो गए भैया को राखी बांधे," या "नैना की शादी में खर्च करने के लिए सिर्फ 20 लाख रुपए हैं"—सबसे बड़ा प्रभाव छोड़ते हैं।
एक्टिंग और स्पेशल अट्रैक्शन
रिंकू घोष इस फिल्म के साथ दमदार कमबैक कर रही हैं। उनकी 'ड्रीम गर्ल' छवि अभी भी फैन्स के बीच जबरदस्त पॉपुलर है और इस फिल्म के जरिये उन्होंने फिर से साबित किया है कि वे क्यों इंडस्ट्री की सबसे चर्चित चेहरों में शुमार हैं। जय यादव और कुणाल सिंह के साथ उनकी केमिस्ट्री, इमोशनल डायलॉग्स और पारिवारिक टकराव इस फिल्म को और ज्यादा मजेदार बनाते हैं।
सामाजिक संदेश
"रेशम की डोर" सिर्फ मनोरंजन नहीं देती, बल्कि दहेज प्रथा, पारिवारिक बिखराव और पुराने झगड़ों के बीच प्यार, सम्मान और माफी जैसे मूल्यों को भी उजागर करती है। ट्रेलर से साफ है कि फिल्म भावनाओं की डोर से बहुत गहराई तक जुड़ती है और जीवन की छोटी-बड़ी खटास, मिठास दोनों को खूबसूरती से दर्शाती है।
म्यूजिक, डायलॉग्स और मनोरंजन
फिल्म का म्यूजिक लोक रंग में रंगा है और एक-एक गाना कहनी को आगे बढ़ाता है। राखी के भाई-बहन के रिश्ते, शादी के मौके की गीत-परंपरा, और पारिवारिक संवाद ऑडियंस को खुद के घर की याद दिलाते हैं। डायलॉग्स में देसी टच और कन्वर्सेशनल अंदाज, फिल्म की आत्मा को मजबूत बनाते हैं।
"रेशम की डोर" मौजूदा सोशल इश्यूज और इमोशनल फैमिली ड्रामा के असरदार मिश्रण के साथ भोजपुरी दर्शकों के लिए खास तोहफा है। रिंकू घोष की शानदार वापसी, दमदार निर्देशन, भावनात्मक कहानी और लोक-संस्कृति का खजाना, सबकुछ इस फिल्म को 2025 की चर्चित रिलीज़ में शामिल करता है।
अगर आप एक ऎसी फिल्म देखना चाहते हैं जिसमें परिवार, समाज, परम्परा और भावनाओं की गूंज साफ सुनाई दे—तो "रेशम की डोर" को मिस न करें! वीडियो लिंक
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