मनि भट्टाचार्य: बंगाल की मिट्टी से भोजपुरी सिनेमा तक
नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे भोजपुरी और बंगाली सिनेमा की खूबसूरत और टैलेंटेड अभिनेत्री मणि भट्टाचार्य के बारे में। एक ऐसी कलाकार जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा से फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम रोशन किया है। बंगाल की मिट्टी से निकलकर भोजपुरी सिनेमा की चमकती सितारा बनने तक का उनका सफर बेहद दिलचस्प और प्रेरणादायक है।
जन्म और बचपन: कोलकाता की मिट्टी से जुड़ाव
मनि भट्टाचार्य का जन्म 29 मार्च 1995 (बुधवार) को कलकत्ता (अब कोलकाता), पश्चिम बंगाल में एक मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार में हुआ था। आज 2025 में, मणि 30 वर्ष की हो चुकी हैं और अपने करियर के शिखर पर हैं। कोलकाता की गलियों में पली-बढ़ी मणि बचपन से ही कला और अभिनय से जुड़ी रहीं।
बचपन से ही मनि एक जिंदादिल लड़की थीं। उन्हें गाना और अभिनय करना बहुत पसंद था। स्कूल के दिनों में वह अक्सर गायन और अभिनय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती थीं। घर पर भी छोटी मनि अपनी कल्पना में खोई रहती थीं - कभी साड़ी पहनकर आईने के सामने खड़े होकर फिल्मी डायलॉग बोलती थीं। शायद तभी से उनके मन में अभिनेत्री बनने का सपना पल रहा था।
मनि ने अपनी पढ़ाई कोलकाता में ही पूरी की। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT), कोलकाता से ग्रेजुएशन किया। इसके अलावा, उनके पास राजनीति विज्ञान में भी डिग्री है। खास बात यह है कि वे अभिनय के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखती हैं
मनि के परिवार में माँ सरबानी भट्टाचार्जी और पिता-.... उनका एक छोटा भाई है, जिसका नाम अनिंद्य भट्टाचार्जी है। अपने भाई से मनि को बहुत लगाव है। वास्तव में, इसी भाई के कारण मनि की किस्मत ने करवट ली और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने का मौका मिला।
फिल्मी दुनिया में कदम: संयोग या नियति?
मनि का फिल्म इंडस्ट्री में आना एक रोचक संयोग था। साल 2010 की बात है, जब 15 वर्षीय मनि अपनी मां के साथ अपने छोटे भाई अनिंद्य को स्कूल में दाखिला दिलाने गई थीं। वहीं उनकी मुलाकात एक टेलीविजन प्रोड्यूसर से हुई। कहते हैं न, किस्मत के धागे बड़े अजीब होते हैं!
प्रोड्यूसर ने मनि में कुछ ऐसा देखा जो स्क्रीन पर चमक सकता था। उन्होंने तुरंत मनि को एक टेलीविजन सीरियल में काम करने का ऑफर दिया। जैसा कि ज्यादातर मध्यमवर्गीय परिवारों में होता है, मनि की मां ने शुरू में इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। शायद उन्हें भी नहीं पता था कि उनकी बेटी के भीतर एक स्टार छिपा है। लेकिन प्रोड्यूसर के बार-बार अनुरोध करने पर अंततः उन्होंने हां कर दी।
इस तरह, मणि ने बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न बंगाली फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में काम किया।
बंगाली टेलीविजन से भोजपुरी सिनेमा तक का सफर
अपने करियर की शुरुआत में, मनि ने कई बंगाली टीवी सीरियल्स में काम किया। 'अग्निपरीक्षा', 'मोहन बागान', और 'सौभाग्यवती भव मेरे बंगला' जैसे धारावाहिकों में उन्होंने अपनी अभिनय प्रतिभा का परिचय दिया। धीरे-धीरे उनकी प्रतिभा और खूबसूरती ने दर्शकों का ध्यान खींचा और वह बंगाली टेलीविजन पर एक जानी-पहचानी चेहरा बन गईं।
बंगाली टेलीविजन में अपनी पहचान बनाने के बाद, मणि ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की ओर रुख किया। वर्ष 2017 में मनि ने भोजपुरी फिल्म ‘जिला चम्पारण’ से डेब्यू किया, जिसमें उनके साथ खेसारी लाल यादव मुख्य भूमिका में थे. उन्होंने 'सौगंध' (2018) दिनेश लाल यादव 'निरहुवा' और 'वांटेड' पवन सिंह जैसी भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया। भोजपुरी दर्शकों ने भी मनि को खूब प्यार दिया। उनका एक गाना 'पलंगिया सोने न दिया' बेहद लोकप्रिय हुआ और लोगों के दिलों में बस गया। इस गाने ने मनि को भोजपुरी सिनेमा में एक अलग पहचान दी।
इसके बाद, मनि ने 2018 में भोजपुरी फिल्म 'घूंघट में घोटाला' (प्रवेश लाल यादव) में अभिनय किया। उनकी और भी कई फिल्में आईं, जिनमें 'जिना तेरी गली मैं 2' (2022) प्रदीप पांडेय 'चिंटू' और 'धर्मस्थली' (2022) प्रमुख हैं। हर फिल्म के साथ मनि की अभिनय क्षमता में निखार आता गया और वह भोजपुरी सिनेमा की पसंदीदा अभिनेत्रियों में से एक बन गईं।
मनि भोजपुरी सिनेमा में इतनी लोकप्रिय हो गईं कि उन्हें दक्षिण भारतीय फिल्मों के ऑफर भी मिलने लगे। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में काम जारी रखने के लिए इन प्रस्तावों को ठुकरा दिया।
प्रमुख फिल्में और उपलब्धियां
मनि के करियर में कई उल्लेखनीय फिल्में शामिल हैं:
सौगंध (2018) - यह फिल्म मनि के करियर के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई और उन्हें भोजपुरी दर्शकों के बीच पहचान दिलाई।
वांटेड - इस फिल्म में मनि की अदाकारी को काफी सराहा गया।
घूंघट में घोटाला (2018) - यह फिल्म भी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय रही।
जिना तेरी गली मैं 2 (2022) - इस फिल्म ने मनि को भोजपुरी सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्रियों में स्थापित किया।
धर्मस्थली (2022) - इस फिल्म में मनि के अभिनय को काफी पसंद किया गया।
राउडी रॉकी (2022): प्रदीप पांडे चिंटू के साथ इस फिल्म में एक्शन अवतार में दिखीं ।
इसके अलावा, 2021 में मनि फिल्म 'अपने पराए' की शूटिंग में व्यस्त थीं, जिसमें उनके साथ भोजपुरी अभिनेता और गायक अरविंद अकेला कल्लू नजर आए।
मणि ने एक देशभक्ति पर आधारित फिल्म 'मेरा भारत महान' में भी काम किया, जिसमें उनके साथ भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार्स रवि किशन और पवन सिंह भी थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फिल्म 15 अगस्त को रिलीज होने वाली थी। ऐसी फिल्मों में काम करना मणि के लिए गर्व की बात है, जो दर्शाता है कि वह सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि अर्थपूर्ण सिनेमा में भी योगदान देना चाहती हैं।
मणि की प्रतिभा का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि उनकी चार बंगाली फिल्मों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है! यह किसी भी कलाकार के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और दर्शाता है कि मणि सिर्फ लोकप्रियता ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण अभिनय के लिए भी जानी जाती हैं।
व्यक्तिगत जीवन: परदे के पीछे की मणि
अपने व्यस्त करियर के बावजूद, मणि अपने निजी जीवन में बेहद सरल और सहज हैं। वह अभी तक अविवाहित हैं और अपने करियर पर पूरा ध्यान दे रही हैं। फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने के बाद भी, मणि अपनी जड़ों और संस्कृति से जुड़ी रही हैं।मणि भारतीय सुपरस्टार प्रभास की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। उनका प्रभास की अभिनय क्षमता और स्क्रीन प्रेजेंस से काफी प्रभावित होना स्वाभाविक है। शायद यही वजह है कि मणि के अभिनय में भी एक खास आकर्षण और ऊर्जा देखने को मिलती है।
मणि की एक और खूबी यह है कि वह जानवरों से बहुत प्यार करती हैं। उनके पास एक प्यारा सा पालतू कुत्ता भी है, जिसके साथ वह अपना खाली समय बिताना पसंद करती हैं। यह दिखाता है कि मणि सिर्फ एक अच्छी कलाकार ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और प्रेमपूर्ण इंसान भी हैं।
इंटरनेशनल भोजपुरी फिल्म अवार्ड्स (IBFA) 2017 में उन्होंने “बेस्ट फीमेल डेब्यू” का खिताब जीता ।
2020 में उन्हें “सरल सलील भोजपुरी सिने अवार्ड” से सम्मानित किया गया ।
सोशल मीडिया और फिटनेस
इंस्टाग्राम: @mani_bhattachariya पर लगभग 4.5K फॉलोअर्स हैं, जहां वे निजी और प्रोफेशनल अपडेट शेयर करती हैं ।
फेसबुक: “Mani Bhattachariya Official” पेज पर भी सक्रियता है ।
फिटनेस: उन्होंने योग और जिम ट्रेनिंग को अपना रखा है, और अक्सर वर्कआउट वीडियो साझा करती हैं, जिससे उनकी फिट बॉडी बनी रहती है।
अंतिम शब्द
मणि भट्टाचार्य की कहानी एक प्रेरणादायक यात्रा है - कोलकाता की एक साधारण लड़की से लेकर भोजपुरी और बंगाली सिनेमा की एक सफल अभिनेत्री तक का सफर। उनका जीवन हमें सिखाता है कि जुनून, मेहनत और दृढ़ संकल्प से हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
मध्यमवर्गीय परिवार से आने के बावजूद, मणि ने अपनी प्रतिभा के बल पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई। उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन हार नहीं मानी। उनकी इस यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन हर बार वह और मजबूत होकर उभरीं।
मणि की प्रतिभा, सौंदर्य और समर्पण ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक विशेष स्थान दिलाया है। निस्संदेह, आने वाले वर्षों में हम मणि को और भी बड़ी सफलताएं हासिल करते देखेंगे।
No comments yet.