CHORNI SAAS KI JHUTHI BAHU Review: New Bhojpuri Movie 2025, Richa Dixit New Films
चोरनी सास की झूठी बहू: ट्रेलर से झलकती एक ठहाकेदार सास-बहू की जंग, जहां झूठ और चोरी का तड़का लगाकर बनाई गई है मसालेदार कहानी!
भोजपुरी सिनेमा की दुनिया में अगर कोई जॉनर है जो कभी फीका नहीं पड़ता, तो वो है सास-बहू का वो अनोखा रिश्ता – कभी ताने मारती, कभी हंसी उड़ाती, लेकिन अंत में दिल को छू लेने वाली। और अब आ रही है 2025 की सबसे मजेदार एंट्री: चोरनी सास की झूठी बहू! B4U भोजपुरी चैनल पर रिलीज हुए इस ट्रेलर ने महज कुछ दिनों में लाखों व्यूज बटोर लिए हैं। ट्रेलर देखते ही मन में सवाल उभरता है – क्या ये सिर्फ हंसी का धमाका है, या इसके पीछे छिपी है एक ऐसी फैमिली स्टोरी जो आपको हंसाते-हंसाते सोचने पर मजबूर कर देगी? आइए, इस ट्रेलर के जरिए ही फिल्म की पूरी कहानी को खोलते हैं, ताकि पढ़ने के बाद आपका सीधा रुख थिएटर या ओटीटी की तरफ हो जाए।
ट्रेलर का पहला झटका: कहानी की शुरुआत – चोरी और झूठ का मिलन
ट्रेलर की शुरुआत ही धमाकेदार है। हम देखते हैं एक साधारण-सी गांव की फैमिली को, जहां मदन (कुणाल तिवारी का किरदार, जो एक सीधा-सादा नौजवान है, लेकिन किस्मत का सितम उसे सास-बहू की जंग में फंसा देता है) अपनी नई-नवेली दुल्हन रानी (ऋचा दीक्षित, जिनकी आंखों में शरारत और मुंह पर झूठ का लेयर चढ़ा रहता है) को घर लाता है। लेकिन असली हीरोइन तो सास कांता (कंचन मिश्रा, जो चेहरे पर मास्क लगाए चोरी की प्लानिंग करती नजर आती हैं) हैं! ट्रेलर के पहले 30 सेकंड में ही साफ हो जाता है – ये सास कोई मामूली तानेबाज नहीं, बल्कि एक 'चोरनी' है, जो घर की जमा-पूंजी को चुपके-चुपके उड़ा लेती है।
पंचलाइन नंबर 1: जब बहू घर में एंट्री मारती है और सास का सामना होता है, तो सास बोल पड़ती है, "ए बेटी, तू तो झूठी बहू बा, लेकिन हमार चोरी के आगे तेरा झूठ फीका पड जाई!" हंसी का ऐसा ठहाका कि स्क्रीन हिल जाती है। निर्देशक अजय कुमार झा ने यहां कांसेप्ट संदीप सिंह के साथ मिलकर एक ऐसा ट्विस्ट डाला है कि लगता है, ये फिल्म सिर्फ कॉमेडी नहीं, बल्कि फैमिली की उन कमजोरियों पर चोट कर रही है जो हर घर में छिपी होती हैं। लेखक अरबिंद तिवारी की कलम ने डायलॉग्स को इतना तीखा बनाया है कि हर लाइन में बिहार-यूपी का देसी स्वाद घुला हुआ है।
प्लॉट का मेन कोर: झूठी बहू vs चोरनी सास – हंसी, धोखा और अनएक्सपेक्टेड ट्विस्ट
ट्रेलर आगे बढ़ता है तो स्टोरी का कोर खुलता है। रानी (ऋचा दीक्षित) कोई साधारण बहू नहीं – वो झूठ बोलकर घर चलाती है, कभी पति को धोखा देकर शॉपिंग कर लेती है, तो कभी सास की चोरी को कवर-अप करने के लिए नया झूठ गढ़ देती है। लेकिन सास कांता? वो तो प्रोफेशनल चोर है! ट्रेलर में एक सीन है जहां सास रात के अंधेरे में पड़ोसी के बगीचे से फल चुराती है, और बहू उसे पकड़ लेती है। लेकिन ट्विस्ट ये कि बहू भी शामिल हो जाती है – दोनों मिलकर एक बड़ी चोरी की प्लानिंग करती हैं, ताकि फैमिली की आर्थिक तंगी दूर हो।
हाइलाइट सीन 1: एक गाने के बीच में (संगीतकार ओम झा और गीतकार अरबिंद तिवारी का कमाल – "झूठी बहू रे, चोरनी सास रे, दुनो मिलके करब चोरी का राज!" – ये ट्रैक इतना कैची है कि ट्रेलर खत्म होने के बाद भी कान में गूंजता रहता है)। कोरियोग्राफर सुदामा मिंज ने डांस को देसी स्टाइल में पिरोया है, जहां सास-बहू की जोड़ी ठुमके लगाती नजर आती है। छायांकन विजय मंडल का तो कहिए, गांव की धूल-मिट्टी को इतना जीवंत बनाया कि लगता है आप खुद खेतों में घूम रहे हैं।
लेकिन स्टोरी यहीं थमती नहीं। ट्रेलर के मिड-पॉइंट पर आता है क्लाइमेक्स का हिंट: मदन को सच्चाई पता चलती है, और फैमिली में तूफान आ जाता है। यहां जे नीलम (सपोर्टिंग रोल में एक चालाक दोस्त के रूप में) और अमित शुक्ला (विलेन-टाइप रिश्तेदार) जैसे कलाकार आते हैं, जो सास-बहू की जोड़ी को और उलझन में डाल देते हैं। अयाज़ खान का किरदार एक ईमानदार पुलिसवाला का है, जो चोरी का केस सॉल्व करने आता है, लेकिन बहू के झूठ में फंस जाता है। ट्रेलर में एक पंची डायलॉग: "सास बा चोरनी, बहू बा झूठी, लेकिन प्यार के आगे दुनो के चालाकी फेल!" – ये लाइन फिल्म का टैगलाइन बन सकती है।
संकलन अमित जयसवाल और पोस्ट प्रोडक्शन लॉटस स्टूडियो ने एडिटिंग को इतना टाइट रखा है कि 2 मिनट का ट्रेलर भी 10 मिनट की फिल्म जैसा लगता है। आर्ट डायरेक्टर राजा शर्मा के सेट्स – गांव का घर, चोरी के हिडन रूम – सब कुछ रियलिस्टिक, लेकिन कॉमिक टच के साथ।
कास्ट का जलवा: हर किरदार में जान फूंकी
कुणाल तिवारी (मदन): हीरो का रोल सीधा, लेकिन इमोशनल। ट्रेलर के अंत में उनका गुस्सा देखकर लगता है, वो ही फैमिली को जोड़ेगा।
कंचन मिश्रा (कांता/सास): चोरनी का अवतार! उनकी चालाकी वाली स्माइल ट्रेलर का हाइलाइट। रम्भा साहनी और स्वीटी सिंह जैसे सपोर्टिंग एक्टर्स फैमिली को और रंगीन बनाते हैं।
बाकी कास्ट: जे नीलम, अमित शुक्ला, अयाज़ खान – सबने छोटे-छोटे रोल्स में बड़ा इम्पैक्ट छोड़ा।
निर्माता संदीप सिंह, धीरेन्द्र कुमार और कुणाल तिवारी ने इस प्रोजेक्ट को दिल से सजाया है। म्यूजिक, सैटेलाइट और डिजिटल पार्टनर B4U भोजपुरी का हाथ है, तो रिलीज का इंतजार नहीं। B4U क्रिएटिव टीम (मारुद शर्मा, नेहा उपाध्याय, विशाल यादव) ने प्रोमो को वायरल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लीगल टीम (संदीप राणा, तृष्णा पटेल, पूनम शिंदे, आकांक्षा वाकोडे-मोरे) और फाइनेंस (संतोष गर्ग, रविंदर साल्वी, साक्षी शैलार) के साथ IVY एंटरटेनमेंट (प्रदीप के दागा, जिनेले मैस्करेन्हास, विपुल जैन, निवृत्ति पाटिल, गणेश महादेव टापरे, हिमांशु चौधरी) – ये सब मिलकर फिल्म को प्रोफेशनल टच देते हैं। यहां तक कि ऑफिस बॉय कन्हैया का नाम क्रेडिट्स में देखकर लगता है, ये टीम एक फैमिली ही है!
हाइलाइट्स:
हास्य व पंच डायलॉग्स की भरमार।
पारिवारिक रिश्तों की रोचक उलझन।
उम्दा स्टारकास्ट और निर्देशन।
साज-सज्जा और संगीत में ग्रामीण रंग।
ट्रेलर देखकर लगता है, ये फिल्म सिर्फ हंसी नहीं, बल्कि एक मैसेज भी देगी: चोरी-झूठ के पीछे छिपी फैमिली की एकजुटता। क्या सास-बहू की जोड़ी बड़ी मुसीबत से पार पाएगी? क्या मदन का प्यार सब कुछ संभाल लेगा? ट्रेलर इन सवालों को लटका देता है, लेकिन इतना मजा देता है कि पूरी फिल्म न देखें तो नींद न आए। भोजपुरी का असली स्वाद – देसी ह्यूमर, ठेठ डायलॉग्स, और दिल छूने वाली इमोशंस। रेटिंग: ट्रेलर को 4.5/5 – फिल्म तो 5/5 ही होगी!
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