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Shweta Tiwari Actress Biography : बचपन से सफलता तक का सफर

श्वेता तिवारी की विस्तृत जीवनी: एक सफल अभिनेत्री का संघर्षपूर्ण सफर

श्वेता तिवारी भारतीय टेलीविज़न की सबसे चमकदार और प्रतिभाशाली हस्तियों में से एक हैं। अपने अभिनय कौशल, दृढ़ संकल्प और मजबूत व्यक्तित्व के लिए जानी जाने वाली श्वेता ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हर बार वे अपनी हिम्मत और साहस से आगे बढ़ती रही हैं। आज हम उनके जन्म से लेकर वर्तमान तक के सफर को विस्तार से जानेंगे।

जन्म

श्वेता तिवारी का जन्म 4 अक्टूबर 1980 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में हुआ था। बाद में उनका परिवार मुंबई में स्थानांतरित हो गया, जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया। श्वेता के शुरुआती दिन बहुत आसान नहीं थे। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिसके कारण उन्हें बहुत कम उम्र में ही काम करना शुरू करना पड़ा।
श्वेता के प्रारंभिक दिनों के बारे में उनकी बेटी पलक ने एक साक्षात्कार में बताया था कि श्वेता अपने परिवार के साथ एक चाल जैसे एक-बेडरूम वाले घर में रहती थीं, जहां उनके नाना, नानी, मामा और वह खुद रहते थे। इन्हीं परिस्थितियों से उभरकर श्वेता ने अपने करियर की शुरुआत की।

प्रारंभिक जीवन

श्वेता तिवारी का जन्म एक मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम अशोक कुमार तिवारी और माता का नाम निर्मला तिवारी है। उनका एक छोटा भाई भी है, जिसका नाम निधान तिवारी है। श्वेता जब छोटी थीं, तभी उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया। मुंबई में उनका बचपन बीता और यहीं से उनकी जिंदगी ने नया मोड़ लिया।
श्वेता को बचपन से ही अभिनय और नृत्य का शौक था। वे स्कूल में होने वाले नाटकों और डांस प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब वे सिर्फ 12 साल की थीं, तब उन्होंने एक ट्रैवल एजेंसी में काम शुरू कर दिया था। उनकी मासिक तनख्वाह महज 500 रुपये थी। यह छोटी सी बात उनके जुझारूपन और आत्मनिर्भरता को दर्शाती है।

शिक्षा

श्वेता तिवारी की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के सेंट इसाबेल्स हाईस्कूल से हुई। शिक्षा के प्रति उनकी रुचि और मेहनत ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद, श्वेता ने मुंबई के ही बुरहानी कॉलेज, मझगांव से वाणिज्य (कॉमर्स) में स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी शिक्षा के दौरान ही उन्होंने अभिनय की ओर रुख किया और टेलीविज़न शो के लिए ऑडिशन देना शुरू कर दिया।

करियर की शुरुआत

श्वेता तिवारी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1998 में टीवी सीरियल "कलीरेन" से की। इसमें उनकी भूमिका छोटी थी, लेकिन यह उनके लिए एक बड़ा कदम था। इसके बाद, उन्होंने "कहानी घर घर की" जैसे लोकप्रिय सीरियल में भी काम किया। लेकिन उनकी जिंदगी तब बदल गई, जब 2001 में उन्हें एकता कपूर के सीरियल "कसौटी जिंदगी की" में मुख्य किरदार 'प्रेरणा शर्मा' का रोल मिला।
यह सीरियल लगभग आठ साल (2001-2008) तक चला और श्वेता को घर-घर में मशहूर कर दिया। 'प्रेरणा' के किरदार ने उन्हें इतनी लोकप्रियता दी कि लोग आज भी उन्हें इस नाम से याद करते हैं। इस सीरियल के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले, जैसे कि सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, पसंदीदा माँ, पसंदीदा बहू, और पसंदीदा बेटी। यह उनके करियर का वो सुनहरा दौर था, जिसने उन्हें टीवी की दुनिया में एक बड़ा सितारा बना दिया।

भोजपुरी सिनेमा में योगदान

टेलीविजन पर सफलता हासिल करने के बाद, श्वेता ने भोजपुरी सिनेमा में भी कदम रखा। उनका भोजपुरी फिल्म करियर 2005 में फिल्म "हमार सैयां हिंदुस्तानी" से शुरू हुआ। इसके बाद, उन्होंने कई भोजपुरी फिल्मों में काम किया, जिनमें "कब अइबू  अंगनवा हमार" (2007), "ए भौजी के सिस्टर", "भौजी नंबर 1", "हमार गाँव हमार देश", और "राजा ठाकुर" शामिल हैं।
भोजपुरी सिनेमा में उन्होंने रवि किशन, मनोज तिवारी, और पवन सिंह जैसे बड़े सितारों के साथ काम किया। उनकी फिल्में दर्शकों को खूब पसंद आईं और उन्हें भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी सम्मान मिला। उनके अभिनय और खूबसूरती की तारीफ हर जगह हुई, और उन्हें भोजपुरी फिल्म अवॉर्ड्स में भी कई पुरस्कार मिले।

रियलिटी शो और अन्य टीवी सीरियल

श्वेता सिर्फ सीरियल और फिल्मों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि उन्होंने रियलिटी शो में भी अपनी छाप छोड़ी। 2010 में, उन्होंने "बिग बॉस 4" में हिस्सा लिया और वो इस शो की विजेता बनीं। यह उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि वे बिग बॉस जीतने वाली पहली महिला प्रतियोगी थीं। इसके बाद, उन्होंने "झलक दिखला जा 6" (2013), "कॉमेडी नाइट्स विद कपिल", और "फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी 11" (2021) जैसे शो में भी भाग लिया।
टीवी सीरियल की बात करें, तो "कसौटी जिंदगी की" के बाद उन्होंने "परवरिश – कुछ खट्टी कुछ मीठी" (2011-2013), "बाल वीर", "बेगूसराय" (2015-2016), और "मेरे डैड की दुल्हन" (2019-2020) जैसे शो में महत्वपूर्ण किरदार निभाए। "बेगूसराय" में उनका 'बिंदिया' का किरदार खासा लोकप्रिय हुआ। इन सभी शो में उनकी एक्टिंग ने दर्शकों का दिल जीता।

निजी जीवन

श्वेता तिवारी का निजी जीवन उतना आसान नहीं रहा, जितना उनका करियर। उनकी जिंदगी में कई मुश्किलें आईं, लेकिन उन्होंने हर बार मजबूती से उनका सामना किया। 1998 में, 18 साल की उम्र में, उन्होंने अभिनेता राजा चौधरी से शादी की। 8 अक्टूबर 2000 उनकी बेटी पलक तिवारी का जन्म हुआ। लेकिन उनकी शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई। श्वेता ने राजा पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया, और 2007 में वे अलग हो गए। 2012 में उनका तलाक पूरा हुआ।

इसके बाद, 2013 में श्वेता ने अभिनव कोहली से दूसरी शादी की। 27 नवंबर 2016 उनके बेटे रेयांश कोहली का जन्म हुआ। लेकिन यह शादी भी सुखद नहीं रही। 2019 में श्वेता और अभिनव अलग हो गए, और श्वेता ने अभिनव पर भी घरेलू हिंसा का आरोप लगाया। इन सबके बावजूद, श्वेता ने अपने बच्चों की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ी। उनकी बेटी पलक अब मनोरंजन इंडस्ट्री में कदम रख रही हैं और अपनी माँ की तरह ही चर्चा में हैं।

हालिया कार्य और वर्तमान स्थिति

श्वेता तिवारी आज भी इंडस्ट्री में सक्रिय हैं और नए-नए प्रोजेक्ट्स में काम कर रही हैं। हाल ही में, उन्होंने वेब सीरीज "हम तुम एंड देम" (2019) में अभिनय किया। इसके अलावा, टीवी सीरियल "मेरे डैड की दुल्हन" में भी वे नजर आईं। 2021 में, उन्होंने "फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी 11" में हिस्सा लिया, जहाँ उनकी हिम्मत और फिटनेस की खूब तारीफ हुई।
आजकल श्वेता सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। वे अपने फैंस के साथ अपनी जिंदगी के पल साझा करती हैं। उनकी फिटनेस और स्टाइल की हर कोई तारीफ करता है। वे अक्सर अपने वर्कआउट रूटीन और डाइट प्लान शेयर करती हैं, जो उनके फैंस के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
वे अपनी बेटी पलक की करियर में भी सहायता कर रही हैं, जो अब खुद भी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रही हैं। अपने बेटे रेयांश की कस्टडी की लड़ाई में भी श्वेता विजयी रहीं।

पुरस्कार और उपलब्धियाँ

श्वेता तिवारी को उनके शानदार अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। "कसौटी जिंदगी की" के लिए उन्हें इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवॉर्ड्स, इंडियन टेली अवॉर्ड्स, और अन्य कई सम्मान मिले। "बिग बॉस 4" जीतना भी उनके करियर का एक बड़ा मील का पत्थर रहा। भोजपुरी सिनेमा में भी उनके योगदान को सराहा गया और उन्हें वहाँ भी अवॉर्ड्स से नवाजा गया।

व्यक्तित्व और प्रेरणा

श्वेता तिवारी सिर्फ एक अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक मिसाल हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई मुश्किलों का सामना किया, खासकर निजी जीवन में। लेकिन हर बार वे और मजबूत होकर उभरीं। एक सिंगल मदर के तौर पर उन्होंने अपने बच्चों को बेहतर जिंदगी दी और अपने करियर को भी ऊँचाइयों तक पहुँचाया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "मैंने हमेशा अपने बच्चों के लिए लड़ना सीखा। मेरे लिए उनकी खुशी सबसे बड़ी जीत है।"

उनकी फिटनेस भी लोगों के लिए प्रेरणा है। 40 की उम्र पार करने के बाद भी वे इतनी खूबसूरत और फिट हैं कि हर कोई हैरान रह जाता है। वे कहती हैं, "फिट रहना मेरे लिए सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक ताकत का भी हिस्सा है।"

निष्कर्ष

श्वेता तिवारी की जिंदगी एक ऐसी किताब है, जिसमें हर पन्ने पर एक नई कहानी है। बचपन में आत्मनिर्भरता, जवानी में सफलता, और मुश्किलों में हिम्मत - उनकी जिंदगी हर किसी के लिए एक सबक है। आज भी वे अपने अभिनय और व्यक्तित्व से लोगों का दिल जीत रही हैं। चाहे टीवी हो, भोजपुरी सिनेमा हो, या रियलिटी शो, श्वेता ने हर जगह अपनी छाप छोड़ी है।

उनकी यह यात्रा हमें सिखाती है कि मेहनत, लगन, और साहस से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। श्वेता तिवारी न सिर्फ एक सफल अभिनेत्री हैं, बल्कि एक मजबूत और स्वतंत्र महिला की मिसाल भी हैं। उनकी कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किलों से हार मान लेता है।

Written by - Sagar

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2025-04-20 19:32:52

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