
Gaurav Jha Bhojpuri Actor Detailed Biography info in Hindi. Covered all Aspects
गौरव झा - एक भोजपुरी सुपरस्टार की कहानी
गौरव झा, जो आज भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एक जाना-पहचाना नाम है, का सफर संघर्ष और मेहनत से भरा हुआ है। बिहार के भागलपुर शहर में 1 जुलाई 1988 को जन्मे गौरव झा ने अपनी अभिनय प्रतिभा से भोजपुरी सिनेमा में एक खास पहचान बनाई है। उनकी फिल्मी यात्रा 2013 से शुरू होकर आज तक जारी है, जिसमें उन्होंने कई यादगार किरदार निभाए हैं।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
गौरव झा का जन्म बिहार के भागलपुर जिले में हुआ था। भागलपुर, जो गंगा नदी के किनारे बसा एक ऐतिहासिक शहर है, यहाँ की सांस्कृतिक परंपराओं का गौरव के व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उन्हें कलाओं की तरफ प्रेरित किया। बचपन से ही गौरव में अभिनय के प्रति रुझान था, जो आगे चलकर उनके करियर का आधार बना।
36 वर्षीय गौरव झा ने अपने शुरुआती दिनों में कई चुनौतियों का सामना किया , जैसा कि अधिकतर कलाकारों के साथ होता है। फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाना, खासकर भोजपुरी सिनेमा में बिना गाना गाये , आसान काम नहीं था। लेकिन उनके दृढ़ संकल्प और मेहनत ने उन्हें सफलता की राह दिखाई।
पढ़ाई और इंजीनियरिंग का सफर: एक्टिंग से पहले की कहानी
गौरव बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। उन्होंने बी.टेक की डिग्री हासिल की। कॉलेज के दिनों में वह एनुअल फंक्शन्स में डांस और एक्टिंग करते थे, जहाँ उनके एक दोस्त ने उन्हें फिल्मों में काम करने का सुझाव दिया। दोस्त के चाचा, जो ओडिया फिल्मों के प्रोड्यूसर थे, ने गौरव को पहला ब्रेक दिया। हालाँकि, डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ सालों तक इंजीनियर की नौकरी भी की, लेकिन दिल तो एक्टिंग में ही बसता था!
फिल्मी करियर की शुरुआत:
गौरव ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत ओडिया फिल्मों से की। 7 ओडिया फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें मिथिला टॉकीज के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म 'जान लेबु का हो' का ऑफर मिला। यहीं से उनका भोजपुरी सिनेमा में सफर शुरू हुआ।
फिल्मी करियर की शुरुआत
गौरव झा का फिल्मी सफर 2013 में तिगमांशु धूलिया द्वारा निर्देशित एक्शन ड्रामा फिल्म "बुलेट राजा" से शुरू हुआ। यह फिल्म हिंदी सिनेमा की थी, जिसमें गौरव ने अपनी अभिनय क्षमता का परिचय दिया। तिगमांशु धूलिया जैसे प्रतिष्ठित निर्देशक के साथ काम करना किसी भी नए कलाकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। इस फिल्म ने गौरव को फिल्म इंडस्ट्री में पहचान दिलाने में मदद की और उनके लिए आगे के अवसरों के दरवाजे खोले।
"बुलेट राजा" में काम करने के बाद गौरव ने अपना ध्यान भोजपुरी सिनेमा की तरफ मोड़ा। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री उस समय तेजी से बढ़ रही थी और नए कलाकारों के लिए अच्छे अवसर उपलब्ध थे। गौरव ने इस अवसर को पहचाना और भोजपुरी सिनेमा में अपना भविष्य देखा।
भोजपुरी सिनेमा में प्रवेश और स्थापना
जिगर (2017) - रोमांटिक एक्शन की शुरुआत
2017 में गौरव झा ने भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहली बड़ी भूमिका निभाई। प्रेमांशु सिंह के निर्देशन में बनी रोमांटिक एक्शन फिल्म "जिगर" में उन्होंने दिनेश लाल यादव (निरहुआ) और अंजना सिंह के साथ काम किया। यह फिल्म गौरव के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी। दिनेश लाल यादव जैसे स्थापित कलाकार के साथ काम करना और अंजना सिंह जैसी प्रतिभाशाली अभिनेत्री के साथ रोमांटिक जोड़ी बनाना गौरव के लिए एक बड़ा अवसर था।
"जिगर" में गौरव ने एक एक्शन हीरो का किरदार निभाया, जिसमें रोमांस और एक्शन दोनों के सीन थे। इस फिल्म ने भोजपुरी दर्शकों के बीच गौरव की छवि एक रोमांटिक हीरो के रूप में स्थापित की। फिल्म की सफलता ने उन्हें भोजपुरी सिनेमा में एक पहचान दिलाई।
गैंगस्टर दुल्हनिया (2018) - करियर की अगली उड़ान
2018 में गौरव झा ने सौरभ सुमन के निर्देशन में "गैंगस्टर दुल्हनिया" में काम किया। इस रोमांटिक ड्रामा में उन्होंने निधि झा और ग्लोरी मोहंता के साथ काम किया। यह फिल्म गौरव के करियर में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव थी। निधि झा, जो खुद भोजपुरी सिनेमा की एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं, के साथ उनकी जोड़ी दर्शकों को पसंद आई।
"गैंगस्टर दुल्हनिया" की कहानी में गौरव का किरदार एक ऐसे व्यक्ति का था जो प्रेम और कर्तव्य के बीच संघर्ष करता है। इस फिल्म में उन्होंने अपनी अभिनय की रेंज का विस्तार दिखाया और साबित किया कि वे विभिन्न प्रकार के किरदार निभा सकते हैं।
बाप रे बाप (2017): इस कॉमेडी-हॉरर फिल्म में उन्होंने लीड रोल निभाया।
लेडी सिंघम (2022): रानी चटर्जी और शक्ति कपूर के साथ इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई।
इसके अलावा, 'काहर', 'मान सम्मान', 'सतरंगी बालम', "सन सजना", "सिंदूरदान", "नाम बदनाम", "रानी हम हो गयेली तोहार", और 'बिन तेरे ओ साथी रे' जैसी फिल्मों ने भी उन्हें स्टार बनाया।
भोजपुरी सिनेमा में योगदान
गौरव झा ने भोजपुरी सिनेमा के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी फिल्में न केवल मनोरंजक हैं बल्कि भोजपुरी संस्कृति और परंपराओं को भी दर्शाती हैं। उन्होंने अपने किरदारों के माध्यम से भोजपुरी भाषा की समृद्धता और क्षेत्रीय मूल्यों को आगे बढ़ाया है।
भोजपुरी सिनेमा में गौरव का आना एक नई पीढ़ी के कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है। उन्होंने दिखाया है कि मेहनत और लगन से कोई भी व्यक्ति इस इंडस्ट्री में सफल हो सकता है। उनके द्वारा चुने गए किरदार अक्सर सामाजिक संदेश भी देते हैं, जो दर्शकों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
डांस और अन्य टैलेंट: सिर्फ एक्टिंग नहीं
गौरव बचपन से ही डांस के शौकीन रहे हैं। कॉलेज के दिनों में उन्होंने कई डांस प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। बाद में, उन्होंने डिशम टीवी के शो 'डांस के तड़का' में भी परफॉर्म किया। साथ ही, उन्होंने कुछ फिल्मों के गानों में अपनी आवाज़ भी दी है!
नई फिल्में
2025 में उनकी 'प्रतिशोध' और 'भगवत गीता' जैसी प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।
गौरव झा की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहता है। इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर एक्टिंग में आना, ओडिया से भोजपुरी तक का सफर—यह सब उनकी जुनून और हिम्मत की मिसाल है। उनका कहना है, "मेहनत और ईमानदारी से काम करो, कामयाबी जरूर मिलेगी।"
Please login to add a comment.
No comments yet.