बिहार पुलिस ने दोहरे अर्थ वाले भोजपुरी गीतों पर कड़क कार्रवाई की
पटना, 8 मार्च (आईएएनएस)। बिहार पुलिस ने राज्यभर में ‘डबल मीनिंग’ भोजपुरी गानों के सार्वजनिक प्रसारण पर कड़ी कार्रवाई का आदेश जारी किया है। इन गानों को महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा और बच्चों के मानसिक विकास पर ‘दुष्प्रभाव’ बताते हुए इन्हें एक "गंभीर सामाजिक समस्या" करार दिया गया है। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी परिपत्र में सभी इंस्पेक्टर जनरल (आईजी), डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईजी) और रेलवे पुलिस को सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे गाने बजाने वालों के खिलाफ कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

बिहार पुलिस ने हाल ही में सार्वजनिक स्थानों पर दोहरे अर्थ वाले भोजपुरी गीतों के बजने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। इन गीतों को "एक आग से जलती सामाजिक समस्या" के रूप में दर्शाया जा रहा है, जो महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ बच्चों के मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
पुलिस द्वारा जारी सख्त निर्देश
राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है जिसमें सभी इंस्पेक्टर जनरल (IG), डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) और रेलवे पुलिस से आग्रह किया गया है कि वे तुरंत सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे गीत बजाने वालों की पहचान करें। सर्कुलर में यह निर्देश शामिल है कि:
- राज्य भर में एक विशेष अभियान चलाया जाए ताकि उन लोगों की पहचान हो सके जो अश्लील और दोहरे अर्थ वाले भोजपुरी गीत बजाते हैं।
- इन गीतों के प्रसारण पर रोक लगाई जाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

समाज पर इन गीतों का प्रभाव
पुलिस ने यह चिंता व्यक्त की है कि इन गीतों के बजने से समाज में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है। सार्वजनिक स्थानों जैसे कि बाजार, कार्यक्रम, बसें, ट्रक और ऑटो-रिक्शा में जब ऐसे गीत बजते हैं तो महिलाओं को अपमानित महसूस होता है और बच्चों के मन पर भी इनका विपरीत प्रभाव पड़ता है। कई लोगों ने कहा है कि इन गीतों के कारण समाज में नैतिकता और शिष्टाचार का ह्रास हो रहा है।
कानूनी कार्रवाई और सरकारी प्रतिक्रिया
इन निर्देशों के तहत, यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर ऐसे गीत बजाता पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के संबंधित प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम सरकार की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि अश्लील सामग्री के प्रसार को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बिहार विधानसभा में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने दो साल पहले इस मामले को उठाया था और फिल्मों तथा सोशल मीडिया पर अश्लील भोजपुरी गीतों के प्रसार पर रोक लगाने की मांग की थी। इस मांग पर राज्य सरकार ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिहार पुलिस के तरफ से

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2025-03-10 22:08:50